दिनभर की थकान दूर करनी हो तो 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी होती है| लेकिन आजकल के भाग दौड़ भरी जिंदगी में नींद अनियमित भी हो गई है|कभी 11 बजे सोते हैं तो कभी 2 बजे सोते हैं|कभी शुभ जल्दी उतना पड़ता है ,ओर कभी अलार्म मिस हो जाता है|ये अनियमितता अब गंभीर हेल्थ रिस्क बन चुकी है| जो लोग हर दिन अलग अलग समय पर सोते हैं,जागते हैं उनमें पार्किंसन का खतरा 2.8 गुना और डायबिटीज़ का खतरा 1.6 गुना ज्यादा देखने मिलता है |अगर यह स्थिति महीनो चलती रही ,तो इसका असर दिल, ब्लड शुगर, वज़न और कैंसर तक में तब्दील हो सकता है |
Contents
ये पांच खतरे …. नींद की अनदेखी,इस तरह बन सकती है बीमारी की वजह:
1: दिमाग पर असर:
थिंकिंग से लेकर मूड तक गड़बड़ा जाता है नींद में दिमाग सूचनाओं को प्रोसेस करता है और नई चीज़ सीखने की ताकत इकट्ठा करता है जब नींद पूरी हो नहीं होती तो सभी काम अधूरे रह जाते हैं नींद की कमी से डिसीजन मेकिंग, फोकस और क्रिएटिविटी प्रभावित होती है|
2: कमज़ोर इम्यून सिस्टम :
बिमारियां आसानी से पकड़ लेती हैं जब आप सोते हैं तो शरीर साइटोकाइन्स और एंटीबॉडीज बनता है जो वायरस से लड़ते हैं |नींद कम होगी तो शरीर इनको कम बनाएगा जिन लोगों की नींद कम होती है वह सर्दी जुकाम और वायरल जैसे बीमारियों की चपेट में जल्दी आते हैं लंबे समय तक खराब नींद से शरीर की इंफ्लेमेशन प्रक्रिया बिगड़ जाती है|
3: मोटापे का खतरा :
कम सोते हैं तो रात को भूख बढ़ती है मोटापा बढ़ेगा ही निंदू हम हारमोंस को कंट्रोल करती है कैप्टन जो भूख कम करता है और ग्रिलिंग जो बुक को बढ़ाता है नींद कम होगी तो घरेलू बढ़ेगा लैट्रिन कटेगा यानी आपको ज्यादा भूख लगेगी खासकर रात में स्टडी में पाया गया कि जो लोग 5 घंटे से कम सोते हैं उनमें मोटापे की आशंका 50% तक बढ़ जाती है|
4: सांस की बीमारी
अस्थमा ब्रोंकाइटिस को बढ़ावा मिलता है जिन लोगों में ऑब्स्ट्रक्टिव sleep apnea है वह रात में भर-भर जागते हैं और उनमें ऑक्सीजन की सप्लाई घट जाती है नींद पूरी न होना पहले से मौजूद सांस की बीमारियों जैसे अस्थमा ब्रोंकाइटिस को और ज्यादा गंभीर बनती है|
5:दिल पर असर
बीपी शुगर और स्ट्रोक का खतरा 45% ज्यादा बढ़ जाता है नींद की कमी से शरीर का बीपी और ब्लड शुगर कंट्रोल सिस्टम गड़बड़ हो जाता है जो लोग 5 घंटे से कम या 9 घंटे से ज्यादा सोते हैं उन्हें हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है इनसोम्निया नींद आना वाले लोगों में दिल का दौरा पड़ने का जोखिम 45% ज्यादा पाया जाता है|
इसके साथ साथ एक अच्छी आदत बना लेना सेहत के लिए अच्छा होता है जैसे:
नाश्ता सुबह 10 बजे से पहले करें – हर दिन में से एक व्यक्ति बिना ब्रेकफास्ट किया घर से निकलते हैं लेकिन रिसर्च के अनुसार सुबह का पहला खाना न सिर्फ जरूरी है बल्कि सेहत की पहली शर्त है हर दिन समझ 6 से 10 बजे तक के बीच ब्रेकफास्ट करना बेहद जरूरी है|
1: मेटाबोलिज्म को एक्टिव करता है :
सुबह नाश्ता करने से शरीर का कैलोरी जलाने वाला सिस्टम तेज होता है अगर आप नाश्ता स्क्रिप्ट करते हैं तो शरीर हर चीज को फट के रूप में स्टोर करने लगता है और मोटापा बढ़ने लगता है|
2: दिल की सेहत को खतरा नहीं:
जो लोग सुबह का नाश्ता छोड़ते हैं उनके कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक होते हैं हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है साथ ही में दिन में ज्यादा स्नैकिंग करते हैं जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है|
3: पोषण की कमी नहीं होती:
नाश्ता करने वाले लोग विटामिन ए सी आयरन जिंक फाइबर आदि के पोर्शन लक्ष्य बेहतर तरीके से पूरा करते हैं डायबिटीज के मरीजों के लिए भी सुबह का संतुलित नाश्ता बहुत फायदेमंद होता है|
डाइट में जिन लोगों ने कैलोरी कम की उनमें अवसाद ज्यादा देखने मिलता है :
कम कैलोरी वाली डाइट से बढ़ सकता है डिप्रेशन, बैलेंस्ड डाइट ही सबसे बेहतर उपाय होता है वजन कम करने के लिए अगर आप भी कम कैलोरी वाली डाइट का सहारा ले रहे हैं तो सतर्क हो जाएं, क्योंकि जो लोग कैलोरी या न्यूट्रिएंट रेस्ट्रिक्टेड डाइट पर रहते हैं,उनमें डिप्रेशन की आशंका ज्यादा पाई गई है| लोग जब खाने को अच्छा या बुरा कहने लगते हैं ,तो ये सोच उन्हें प्रभावित करने लगती है,उनका आत्मविश्वास शरीर के वजन से जुड़ने लगता है|
कम उम्र में बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा , जीवनशैली में बदलाव बेहद जरूरी है :
ह्रदय हमारे शरीर का सबसे अहम सक्रिय अंग है जो बिना रुके हर पल पूरे शरीर में रक्त संचार करता है यह ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भरपूर रक्त को शरीर के हर हिस्से तक पहुंचाता है|और शरीर से अशुद्ध रक्त को वापस लाकर शुद्ध करता है एक स्वस्थ और वयस्क व्यक्ति का दिल औसतन प्रति मिनट 72 बार धड़कता है स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ दिल का होना बेहद जरूरी है क्योंकि दिल ही हमारी जिंदगी की धड़कन है, लेकिन आजकल की भाग दौड़ भरी जीवन शैली आसंतुलित खानपान तनाव और व्यायाम की कमी के कारण लोग कम उम्र में ही दिल की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं 30 से 40 साल की उम्र में हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर और अन्य हृदय रोगों के मामले में तेजी से बढ़ रहे हैं |मोटापा व धूम्रपान शराब और जंक फूड की आदतें भी दिल के लिए खतरा बनती जा रही है इसलिए जरूरी है कि हम अपने हृदय की सेहत का ध्यान रखें |संतुलित आहार ,नियमित व्यायाम किया जाए और तंबाकू से दूरी बनाए जाए तो हृदय को नुकसान से बचाया जा सकता है विश्व स्वास्थ्य संगठन (who) के मुताबिक दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें हृदय रोग से होती है संतुलित आहार अपनाएं:जंक फूड का सेवन करना नई जनरेशन में ट्रेंड बन चुका है लेकिन अच्छी सेहत और स्वस्थ हृदय के लिए हरी सब्जियां ,मौसमी फल, साबुत अनाज और कम तेल नमक वाला भोजन ले |अब हम जानते हैं कि हार्ट रोग क्या होता है–हृदय रोग वे रोग होते हैं जो सीधे आपके हृदय को प्रभावित करते हैं हृदय रोगों के अंदर रक्त वाहिका संबंधी रोग जैसे की कोरोनरी धमनी रोग ,हार्ट रिटन प्रॉब्लम, एरीथमिया और ,जन्मजात हृदय रोग जैसे कई अन्य रूप भी आते हैं |